Meet Anurag Sharma, a fresh MBA graduate in Hospital Management who has just started an exciting career as an Operations Manager at a private hospital in Dehradun. Anurag’s journey from a beginner to a skilled professional is full of challenges, growth, and inspiring moments.
Each day starts with an energetic morning routine, followed by handling various issues at the hospital, and ends with evening sessions learning Talent MD skill courses. Anurag’s daily diary captures these experiences, offering behind-the-scenes insights into hospital management, practical tips for overcoming challenges, and useful advice for improving efficiency and patient care.
20-Jul-2024
Dehradun, India
देहरादून की ठंडी हवाओं में, पहाड़ों की खूबसूरती के बीच मेरा तीसरा सप्ताह । हर बीतते दिन के साथ, मेरे अनुभव और जिम्मेदारियाँ बढ़ती जा रही हैं। आज का दिन विशेष था क्योंकि मुझे ओंकोलॉजी डिपार्टमेंट में एक गंभीर समस्या का समाधान करना था। यह मामला बहुत संवेदनशील था और इसने मुझे एक अनोखी चुनौती दी।
सुबह 9 बजे जब मैं अस्पताल पहुंचा, तो सबसे पहले अपने डेली रूटीन के अनुसार वार्ड्स का निरीक्षण किया। ओंकोलॉजी वार्ड में एक मरीज, राजेश, पिछले कुछ दिनों से अपने इलाज के संबंध में काफी परेशान थे। राजेश की समस्या थी कि उनकी कीमोथेरपी के दौरान उन्हें गंभीर साइड इफेक्ट्स हो रहे थे, और उन्हें लगता था कि अस्पताल का स्टाफ उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहा है। राजेश के परिवार ने मुझसे मिलकर उनकी समस्याओं के बारे में बताया। वे बहुत चिंतित थे और उन्होंने मुझे अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि राजेश की स्थिति हर दिन बिगड़ती जा रही थी, और उन्हें कोई समाधान नहीं मिल रहा था। उनकी बातों से मुझे यह महसूस हुआ कि हमें तुरंत कुछ करना होगा। दोपहर में, मैंने राजेश की समस्या को समझने के लिए उनके मेडिकल रिकॉर्ड्स की जांच की और उनके इलाज में शामिल डॉक्टरों और नर्सों से बात की। मुझे यह पता चला कि राजेश के इलाज में कुछ बदलाव की आवश्यकता है। मैंने एक मीटिंग बुलाई जिसमें ओंकोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉक्टर और विशेषज्ञ शामिल थे। हमने राजेश के केस पर विस्तार से चर्चा की और उनकी कीमोथेरपी की योजना में आवश्यक सुधार करने का निर्णय लिया।
लंच ब्रेक के दौरान, मैंने राजेश और उनके परिवार के साथ बैठकर उन्हें नए प्लान के बारे में बताया। मैंने उन्हें यह आश्वासन दिया कि हम उनकी समस्याओं को गंभीरता से ले रहे हैं और हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि उनका इलाज सफल हो। उनकी आँखों में उम्मीद की चमक देखकर मुझे बहुत अच्छा लगा। शाम को, हमने राजेश की कीमोथेरपी की योजना में बदलाव किए और उनके लिए एक नई मेडिसिन रेजिमन शुरू की। इसके साथ ही, हमने एक साइड इफेक्ट मैनेजमेंट प्लान भी तैयार किया, जिससे उनके साइड इफेक्ट्स को कम किया जा सके। हमने राजेश की स्थिति की निगरानी के लिए एक विशेष टीम भी नियुक्त की, जो दिन-रात उनकी देखभाल करेगी। दिनभर की मेहनत और टीमवर्क के बाद, राजेश की हालत में धीरे-धीरे सुधार आने लगा। उनके परिवार ने हमें धन्यवाद दिया और उनकी आँखों में खुशी और संतोष के भाव थे। यह देखकर मुझे बहुत गर्व हुआ कि हम उनकी मदद कर पाए। डॉ. प्रतीक सर ने हमारी कोशिशों की तारीफ की और कहा कि यह हमारी टीमवर्क का परिणाम है। उन्होंने कहा कि हमने दिखा दिया कि कैसे सही योजना और मेहनत से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।
रात को, जब मैं अपने पीजी में वापस आया, तो अपने कमरे में बैठकर, मैंने आज का दिन याद किया और अपनी डायरी में लिखा। आज का दिन बहुत ही खास और यादगार था। यह दिन मुझे हमेशा यह याद दिलाएगा कि मेहनत और धैर्य से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है। अब मैं थोड़ा रेस्ट करने जा रहा हूँ। कल एक और नया दिन होगा, नई चुनौतियाँ और नई सीखें लेकर आएगा।
शुभ रात्रि! 😊 अनुराग शर्मा (लखनऊ से देहरादून तक, सपनों और मेहनत के साथ)
Comments will be moderated
Submit only once
09-Jul-2024 16:26:37
Muhammad Ahsan Majeed
I like it